MAHARASHTRA LOKSABHA ME BJP KI HAR : FADNAVIS DENGE RESIGN 2024
2024 लोकसभा इलेक्शन में MAHARASHTRA की राजनीति में काफी उथल-पुथल हो चुका है इस बार जितना कॉन्फिडेंस हमें देवेंद्र फडणवीस के बातों में लग रहा था उतना कॉन्फिडेंस MAHARASHTRA के लोगों ने उनको नहीं दिया और देवेंद्र फडणवीस और शिंदे सरकार की इस रणनीति में MAHARASHTRA के लोगों ने उनका साथ नहीं दिया और काफी करारा जवाब महाराष्ट्र की जनता ने उनको दिया है.
पिछले तीन सालों से MAHARASHTRA के राजनीति में काफी उथल-पुथल हुए हैं और इसमें सबसे में कारण आधार था देवेंद्र फडणवीस. देवेंद्र फडणवीस ने जब से MAHARASHTRA के राजनीति में दखल देना शुरू किया उन्होंने सबसे पहले शिव न सी को तोड़ने के लिएथाने के मंत्री एकनाथ शिंदे को साथ में लेते हुए बालासाहेब ठाकरे की शिवसेना को तोड़ा और उद्धव ठाकरे को अकेला कर दिया और लगभग 50 MLA को लेकर उन्होंने अपने खुद की एक शिवसेना स्थापित की और बाद में शिवसेना कोअसली शिवसेना नाम देते हुए उद्धव ठाकरे का चुनाव चिन्ह भी चुरा लियाइसके बाद उन्होंने शरद पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को भी तोड़ा और अजीत पवार को साथ में लेते हुए शरद पवार को भी अकेला छोड़ दियाऔर शरद पवार का चिन्ह भी चुरा लिया.
देवेंद्र फडणवीस ने पिछले दो सालों में MAHARASHTRA की राजनीति में काफी बदलाव की है और थोड़ा-थोड़ा की राजनीति करते हुए दो बड़े पशुओं को महाराष्ट्र में तोड़ दिया इससे महाराष्ट्र की जनता में काफी विद्रोह की भावना देवेंद्र फडणवीस की प्रति थी. पर देवेंद्र फडणवीस को ऐसा लग रहा था कि मोदी का नाम लेते हुए वह MAHARASHTRA में भी कई सारे सीट्स लेकर आए थे और इसके लिए भाजपा शिंदे के शिवसेना और अजीत पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस इन तीनों ने MAHARASHTRA की 48 सीट पर लड़ने का निर्णय लिया और काफी बुरी तरीके से इनका सामना हुआ और हार चुके.
शरद पवार जिन्हें राजनीति का 50 साल का अनुभव है उन्होंने MAHARASHTRA के राजनीतिक कमान संभाली और विपक्ष में बैठे हुए सबको एक साथ लेते हुए उद्योग बालासाहेब ठाकरे किसी उसे नाम उसके बाद कांग्रेस इन तीनों ने मिलकर काफी अच्छी तरीके से विपक्ष का किरदार निभाया और इस लोकसभा में बेहतरीन सीट्स लाते हुएबीजेपी को भारतीय जनता पार्टी को हराने में कामयाब हो चुके हैं.
इस लोकसभा इलेक्शन में MAHARASHTRA ने बीजेपी का चक्का जाम कर दिया महाराष्ट्र की 48 सीट्स में से शरद पवार ने विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस और बालासाहेब ठाकरेउद्धव ठाकरे के साथ-साथ लगभग 30 सीटों पर जीत हासिल के और बीजेपी को भारतीय जनता पार्टी को काफी बड़ा तमाचा मारा है और इससे बीजेपी काभारतीय जनता पार्टी का महाराष्ट्र में कॉन्फिडेंस काफी कम हो चुका है और इससे फडणवीस की रणनीति को काफी बड़ा लगाम भी लगा है.
जैसे ही लोकसभा के इलेक्शन के रिजल्ट सामने आते हैं फंडिस नेअपने हाथ जोड़ते हुए MAHARASHTRA में जिस तरह से भारतीय जनता पार्टी को हार मिली हैइसकी पूरी की पूरीरिस्पांसिबिलिटी देवेंद्र फडणवीस लेते हैंऔर इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कह देते हैं कि उन्हें अब राजनीति से थोड़ी छुट्टी चाहिए ताकि वह आने वाले विधानसभा इलेक्शन के लिए महाराष्ट्र में पूरी तरीके से कम कर पाए और इसी के लिए आज दिनांक 6 जून को वह दिल्ली रवाना हुई है प्राइम मिनिस्टर मोदी और अमीषा से मिलने के लिए ताकि अक्टूबर महीने के दरमियान जब महाराष्ट्र में विधानसभा के इलेक्शन हो गए तो बीजेपी को एक बेहतरीन पार्टी बनाने के लिए और बीजेपी के सट्टा पूरी तरह से लेने के लिएनई रणनीति बनाने होगी अमित शाह इनको पता चल गया है और इसके लिए अभियोग ताप पर भी लग गए हैं.
जैसे ही लोकसभा का इलेक्शन के रिजल्ट सामने आते हैं MAHARASHTRA के लोगों ने काफी धूमधाम कर इसे सेलिब्रेट किया और बीजेपी को भारतीय जनता पार्टी को उसकी असली जगह दिखा दी कई सारे मेंस बना रहे हैं कि यहां पर लोगों की चर्बी उतर जाती है इस तरह के में इस MAHARASHTRA में बना रहेहैं. फडणवीस ने कहा था कि वह शरद पवार का राजनीतिक कैरियर खत्म कर देंगे पर इसका उलट ही MAHARASHTRA में हमको दिखाई पड़ रहा है लोकसभा के इलेक्शन के बाद हमें ही दिखाई पड़ता है कि पढ़ने विश्ने माफी मांगते हुए भारतीय जनता पार्टी को हर दिलाने में उनकी भूमिका थी और जिस तरह का राजनीति वह MAHARASHTRA में करना चाहते थे उसका काफी करारा जवाब MAHARASHTRA के लोगों ने उनको दियाहै. इसी के साथ ही आने वाले समय में अजीत पवार और एकनाथ शिंदे किस तरह से रिएक्ट करेंगे और किस तरह से MAHARASHTRA के लोगों का दिल जीतने का प्रयत्न करेंगे है तो आने वाला समय बताएगा पर एक बात तो साबित हो चुकी है कि जिस तरह का अपेक्षा भारतीय जनता पार्टी MAHARASHTRA में कर रहे थे वैसा उनको जवाब नहीं मिला है और शरद पवार उद्धव ठाकरे ने और कांग्रेस नेभारतीय जनता पार्टी के साथ आए हुए सारे पशुओं की हवा उड़ा दी है.
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